चाईबासा
चाईबासा से बड़ी खबर आ रही है जहां पुलिस बल ने दी हार्ड कोर नक्सली को मुठभेड़ में मार गिराया है,मुठभेड़ में मारे गए नक्सली में एक महिला नक्सली भी शामिल है।
पश्चिमी सिंहभूम जिले से उग्रवाद के खात्मे के लिए पिछले एक साल से अधिक समय से सुरक्षा बल लगातार संयुक्त अभियान चला रही है। इसी कड़ी में बुधवार की सुबह करीब 6 बजकर 15 मिनट पर सोनुआ था क्षेत्र के बिलायती टोला के पास के जंगल मे सुरक्षा बलों और नक्सली संगठन भाकपा माओवादी के बीच मुठभेड़ हो गई। झारखंड पुलिस के साथ सीआरपीएफ-60 बटालियन, 209 कोबरा बटालियन और झारखंड जगुवार के जवानों ने अपनी बहादुरी का परिचय देते हुए दो नक्सलियों को इस मुठभेड़ में मार गिराया है। मुठभेड़ की यह घटना पश्चिमी सिंहभूम जिले के सोनुवा थाना के बिलाईती टोला के पास जंगल पहाड़ी क्षेत्र में सुबह करीब सवा 6 बजे हुई। इस मुठभेड़ में सुरक्षा बलों ने चतरा जिले के सिमरिया थाना के लोमगा गांव निवासी विनय गंझू उर्फ संजय उर्फ बारिया और बोकारो जिला के नवाडीह थाना के गोरगोरवा थाना क्षेत्र की महिला नक्सली हेमंती माझी को मार गिराया। सुरक्षा बलों को भारी पड़ता देख नक्सली जंगल का फायदा उठाकर भाग निकले। इस मुठभेड़ में एक जवान का अंगूठा क्षतिग्रस्त हो गया है। जवानों की इस बहादुरी पूर्ण कार्रवाई के कारण झारखंड के डीजीपी अनुराग गुप्ता ने चक्रधरपुर अनुमंडल मुख्यालय पहुंचकर इन जवानों को सम्मानित किया है। अनुमंडल पदाधिकारी कार्यालय चक्रधरपुर स्थित सीआरपीएफ 60 बटालियन के मुख्यालय में बहादुर जवानों को सम्मानित किया गया।
सम्मान समारोह के दौरान रांची जोन के आईजी अखिलेश झा के अलावा पुलिस और सीआरपीएफ के अन्य वरीय पदाधिकारी और पश्चिमी सिंहभूम के उपायुक्त कुलदीप चौधरी एवं एसपी आशुतोष शेखर भी मौजूद रहे। पत्रकारों से बात करते हुए डीजीपी अनुराग गुप्ता ने कहा कि यह अभियान में लगी टीम की बहुत बड़ी उपलब्धि है। उन्होंने नक्सलियों को एक बार फिर उग्रवादी कहने की बजाय गुंडा कहकर संबोधित किया। उन्होंने कहा कि इनकी बर्बरतापूर्ण और कायराना हरकत को किसी भी तरह से बर्दाश्त नहीं किया जा सकता है।
और जबतक इलाके से नक्सली पूरी तरह से खत्म नही हो जाती पुलिस का यह अभियान आगे भी जारी रहेगा…।।