
धनबाद: धनबाद में जीएसटी चोरी करने वाला गिरोह एक बार फिर सक्रिय हो गया है. झरिया में स्थित फर्जी कंपनी ”संतलाल एंड एसोसिएट्स” द्वारा 4.18 करोड़ की जीएसटी चोरी का मामला सामने आने के बाद 15 अन्य फर्जी कंपनियों द्वारा ई-वे बिल (परमिट) का दुरुपयोग कर लगभग 30 करोड़ रुपये की जीएसटी की चोरी की. इन कंपनियों ने चोरी के कोयले को बेचा है. राज्य कर अन्वेषण ब्यूरो की टीम ने इन 15 कंपनियों की विस्तृत जानकारी एकत्रित कर मौके पर सत्यापन (स्पॉट वेरिफिकेशन) की प्रक्रिया शुरू कर दी है. प्रारंभिक जांच में जो साक्ष्य मिले हैं, उसके अनुसार सभी कंपनियां फर्जी है. जांच में यह भी देखा जा रहा है कि इन कंपनियों ने कोयला किन-किन कंपनियों से खरीदा और किसे-किसे बेचा. जांच के उपरांत इन कंपनियों का रजिस्ट्रेशन रद्द कर आगे की कार्रवाई की जायेगी.
बताते चलें कि कि कुछ महीने पहले जीएसटी जमशेदपुर की अन्वेषण ब्यूरो टीम ने धनबाद के दो प्रतिष्ठानों में छापेमारी की थी. इसमें कई अनियमितताएं सामने आयी थीं.
