घाटशिला: 1. धोबनी, किसनिगडिया एवं पाथेरगाडा कॉपर माइंस जो कि वर्ष 2000 के पूर्व HCL के अधीन था जो वर्तमान में बंद है इन सभी माइंस को सांसद जी ने पुनः चालू करवाने हेतु विगत कई वर्षों से लगातार आवाज उठाते रहें है। इस बावत खान मंत्री से कई बार मिल चुके है एवं HCL के CMD को भी पुनः खान को चलाने हेतु आग्रह किए है। इसी क्रम में पता चला AMD हैदराबाद के द्वारा इन खानों पर अपना दावा पेश किया है। कि यहां यूरेनियम की मात्रा है। इस संदर्भ में UCIL के पदाधिकारियों ने बताया कि हमलोग जांच कर लेंगे। अगर 150 PPM से अधिक यूरेनियम का ग्रेड होगा तो हम इन खानों को संचालित करेंगे। नहीं तो 150 PPM से कम ग्रेड का रहा तो HCL को NOC दे देंगे। ताकि HCL इन खानों को खोल कर सुचारू रूप से चला सके ।
2. रिकवरी प्लांट – पूर्व में UCIL के द्वारा कॉपर से यूरेनियम की अंश को लेने के लिए रिकवरी प्लांट संचालित करते थे। परंतु वर्ष 2000 के बाद कॉपर माइंस बंद हो जाने के कारण UCIL ने भी अपना रिकवरी प्लांट को हटा लिया था। वर्तमान में ICC मुसाबनी ग्रुप के सभी खदान एक एक कर खुल रहें है। एवं कॉपर कंसंट्रेटर प्लांट से टेलिंग निकल रहा और इस टेलिंग से यूरेनियम का जो अंश है, वो बर्बाद हो रही है। इस संदर्भ में भी सांसद ने लगातार केंद्रीय यूरेनियम मंत्री से मिल कर रिकवरी प्लांट चालू करने की मांग की थी। आज भी CMD एवं उनके पदाधिकारियों से मिलने के पश्चात कहा कि यूरेनियम की क्षति हो रही है। जो कि राष्ट्र की क्षति है। और इस प्लांट के लिए जन सुनवाई हो चुकी है। जल्द से जल्द इस रिकवरी प्लांट को चालू की जाए। पदाधिकारियों ने जल्द से जल्द प्लांट को चालू करने की प्रक्रिया को आरंभ करेंगे।
3. मुसाबनी बागजाता रोड – वर्तमान में यह रोड काफी जर्जर अवस्था में है। जिस कारण यहां के लोगों के जीवन यापन दूभर हो गया है। तथा यह सड़क काफी सारे गांवों को जोड़ता है। पूर्व में मेरे ही प्रयास से तत्कालीन CMD C K Asnani से CSR मद से लगभग 4.5 cr का फंड आवंटित कराया गया था। जो कि ठेकदार के भाग जाने के कारण अभी तक अधूरा हैं। इसे पुनः चालू करने को कहा इस संदर्भ में पदाधिकारियों ने आश्वस्त किया कि जल्द ही हम इस रोड बनाने की प्रक्रिया को आरंभ करेंगे।
4. बहाली – सासंद जी ने बहाली प्रकिया में पारदर्शिता लाने को कहा एवं विस्थापितों एवं स्थानीय लोगों को प्राथमिकता के आधार पर नौकरी देने की बात कही। इस विषय में पदाधिकारियों ने सकारात्मक पहल की बात कही
5. CSR – कंपनी द्वारा CSR मद से चल रहे योजनाओं पर गहन विचार विमर्श किया एवं इसमें पारदर्शिता लाने कहा तथा आस पास के इलाके में पेयजल आपूर्ति हेतु डीप बोरिंग का निर्माण एवं गुड़ाबांधा के हाड़ीयान जियान स्कूल में चार कमरों के निर्माण करने को कहा।यह एक आदिवासी बहुल क्षेत्र है तथा पूर्व में यह नक्सल प्रभावित क्षेत्र भी रहा है।
6. नए यूरेनियम माइंस – गुड़ाबांदा क्षेत्र के कनियालुका गांव के आस पास के इलाके में काफी मात्रा में यूरेनियम मौजूद होने की संभावना है। जहां नए माइंस चालू किया जा सकता है। माइंस के चालू होने पर क्षेत्र का सर्वांगीण विकास के साथ रोजगार के अवसर बढ़ेंगे जिससे लोगों में खुशहाली का माहौल होगा। इस पर पदाधिकारियों ने आश्वस्त किया कि जल्द से जल्द इसकी प्रक्रिया आरंभ कर दी जाएगी!
बैठक में CMD कँचम आनंद राव, DT मनोज कुमार, ED – CSR मनोज कुमार सिंघई, DGM – HR राकेश कुमार, पूर्व जिला बीस सूत्री उपाध्यक्ष दिनेश साव, PS जसवंत महतो उपस्थित रहें.
