सिल्ली,, झारखंड : राहे अंचलाधिकारी ने सिल्ली थाना क्षेत्र के पोगड़ा गांव में बड़ी कार्रवाई करते हुए तीन टिपर और तीन ट्रैक्टर को अवैध बालू खनन और परिवहन करते हुए जब्त किया। हालांकि, प्रशासनिक गाड़ी देखते ही सभी चालक मौके से फरार हो गए। पकड़े गए सभी वाहनों को सिल्ली थाना को सौंप दिया गया है, जहां आगे की कार्रवाई जारी है।
मामला यहीं तक सीमित नहीं है। पोगड़ा गांव विधायक अमित महतो का पैतृक गांव है, और यही कारण है कि प्रशासन की इस कार्रवाई पर सवाल उठ रहे हैं। कुछ महीने पहले ही विधायक ने राहे अंचल के इचाहातु-बासाहातु में खुद मौजूद रहकर अवैध खनन पर कार्रवाई कराई थी। लेकिन अब उनके ही गांव में खुलेआम खनन होना यह साबित करता है कि या तो यह कार्रवाई सिर्फ दिखावा थी या फिर अपने इलाके में आंखें मूंद लेने की राजनीतिक सुविधा है।
स्थानीय लोगों का कहना है कि राढ़ू नदी से प्रतिदिन ट्रैक्टरों से बालू निकाला जाता है और आसपास के क्षेत्रों में उसका अवैध भंडारण किया जाता है। रात होते ही बिना नंबर प्लेट के हाइवा और टिपर इन अवैध बालू डंपों से भरकर सीधे रांची की ओर रवाना हो जाते हैं। यह सारा खेल प्रशासन की नाक के नीचे चल रहा है, परंतु कोई ठोस कार्रवाई नहीं हो रही।
पर्यावरण विशेषज्ञों का कहना है कि इस तरह का अनियंत्रित खनन राढ़ू नदी के अस्तित्व पर सीधा खतरा है। नदी का जलस्तर लगातार गिर रहा है, किनारे धंस रहे हैं और आस-पास की खेती पर भी इसका असर पड़ने लगा है।
लोगों में यह सवाल गूंज रहा है कि जब विधायक स्वयं अवैध खनन के खिलाफ अभियान चलाने का दावा करते हैं, तो उनके ही गांव में यह गतिविधियां आखिर किसके संरक्षण में जारी हैं।










