सहानुभूति का यह मतलब नहीं की मंत्री का बेटा ही विधायक और मंत्री बने. राजा का आदमी राजा बने, गरीब का बेटा राजा क्यों न बने-टाईगर जयराम

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  • वर्तमान राजनीति में परिवारवाद बुरी तरह हावी बेटा-पत्नी-पतोहु आदि बनते प्रत्याशी.

  • मंत्रियों-चहेतो- करीबियों को मिलती टिकट की उम्मीदवारी, लाइफ झींगा लाला… योग्य ढोते रहते हैं पार्टी झंडा, उनके नसीब में ठेंगा लाला…

  • जनता रामदास के बदले रामदास को वोट दे.

  • विकास निश्चित घाटशिला का होगा : टाइगर जयराम महतो.

  • नामांकन करने पहुंचे रामदास मुर्मू के साथ जयराम महतो.

उमेश कांत गिरि

घाटशिला

जेएलकेएम के केंद्रीय अध्यक्ष सह डुमरी विधानसभा के विधायक जयराम महतो अपने प्रत्याशी रामदास मुर्मू के नामांकन करने के बाद दाहीगोड़ा के सर्कस मैदान में जनसभा को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि 25 साल हो गया झारखंड अलग राज्य होकर लेकिन आज तक जो स्थिति पहले थी आज भी वही स्थिति यथावत झारखंड की बनी आज भी बनी हुई है। हमारे पूर्वज आंदोलन कर झारखंड अलग राज्य किए हैं। लेकिन उनका सच था। कि अलग राज्य होने के बाद झारखंड का चहुंमुखी विकास होगा। यहां के लोगों की दिशा और दशा बदलेगी। हमारे पूर्वजों का सोच गलत था। आज झारखंड के 81 विधायक और कुछ प्रत्याशियों के लिए झारखंड अलग राज्य हुआ है। हमारे विधायक मंत्री के बेटे के प्रत्याशियों को जवाब देना होगा क्यों क्षेत्र का विकास अभी तक नहीं हुआ ??❓

प्रत्येक कार्यकर्ता 10 लोगों को जेएलकेएम के पक्ष में मतदान करने को करें प्रोत्साहित.
जेएलकेएम को विधानसभा में जो वोट मिला था. वह केवल हमारे चाहने वाले का वोट रहा था. वोटरों का वोट इसमें शामिल नहीं था. उन्होंने सभा के लोगों से अपील किया है. कि सभी लोग 10 लोगों को पार्टी में वोट देने के लिए प्रोत्साहित करें. उन्हीं के बदौलत हम इस चुनाव को जीत जाएंगे. हमारे लोगों को निराश होने की कोई आवश्यकता नहीं है. हमारे पार्टी का जन्म ही कुछ दिन पहले हुआ है. और लोगों का अपार प्रेम स्नेह मिल रहा है. उन्होंने कहा कि झामुमो और भाजपा कोई ऐसी सीट जीतने हारने से कोई फर्क नहीं पड़ता, लेकिन जेएलकेएम को फर्क पड़ता है. हमारा हाथ मजबूत होगा तो मजबूती के साथ विधानसभा में क्षेत्र के समस्याओं को उठा सकते हैं. आजकल जनता वोटर नहीं है. वर्तमान में जनता भी पार्टी बन गई है. जिस दिन जनता वोटर होगी. उसी दिन से क्षेत्र का विकास होने से कोई रोक नहीं सकता. उन्होंने संबोधित करते हुए कहा कि लीडर चुने हुए लोगों में सिमट कर रह गया है. नए युवा वर्ग पढ़े लिखे लोगों को वोट कर विधानसभा भेजें तभी बदलाव आएगा. बदलाव आएगा तो ही विकास कि ब्यार का बहना निश्चित है.
इन नेताओं का पांच पीढ़ियों तक का पैसा जमा रखने के बाद भी भूख नहीं मिटा है.
उन्होंने कहा कि चंपाई चाचा, रघुवर चाचा, मुंडा चाचा इतने पैसा कमा लिया है. कि अपने आने वाले पांच पीढ़ी को बैठा कर खिला सकते हैं. फिर भी प्रमोट कर रहे हैं. अपने बेटा, बहू, पत्नी को विधायक बनाने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं. उन्होंने लोगों को संबोधित करते हुए कहा की सहानुभूति राजनीति में नहीं होती है. हमें भी उनके प्रति सहानुभूति है, गुरुजी शिबू सोरेन, शिक्षा मंत्री रामदास सोरेन के देहांत से उनके परिवार को अगर कोई दुख तकलीफ है. तो हम लोग सब मिलकर समाधान करने का प्रयास करेंगे. लेकिन सहानुभूति का मतलब यह बिल्कुल नहीं है कि हर जगह पर केवल परिवारवाद को ही प्राथमिकता देते हुए देखा और उनके बेटा को ही विधायक बनाया जाए. तो फिर चिकित्सक का बेटा चिकित्सक, प्रिंसिपल का बेटा प्रिंसिपल, कमिश्नर का बेटा कमिश्नर ही बनेगा ऐसा नियम होना चाहिए क्या ? अगर ऐसा नियम है तो इस तरह के नियम वहां पर भी लागू किया जाना चाहिए. ऐसा परिवारवाद नियम चुनाव में ही क्यों ? लागू किया जाता है. उन्होंने कहा कि शिक्षा मंत्री स्वर्गीय रामदास सोरेन केवल घाटशिला के नहीं पूरे झारखंड के थे. तो फिर चुनाव हो रहा है घाटशिला में, तो आप सभी रामदास के बदले रामदास को वोट देकर विजय बनाएं.
प्रत्याशी रामदास मुर्मू ने भी इस सभा में संबोधित करते हुए कहा कि शिक्षा हो स्वास्थ्य या रोजगार हर क्षेत्र में हम पिछड़े हुए हैं। अनुमंडल अस्पताल की बात करें या घाटशिला कॉलेज की क्या दशा है। इसके बारे में सभी को बताएं यह क्षेत्र यह क्षेत्र खनिज संपदा से भरपूर होने के बाद भी आज हम गरीब हैं। दूसरे राज्य पर रोजगार के लिए झारखंड राज्य बनने के बाद भी हमेशा से पलायन करना पड़ रहा है। यहां की स्थिति ऐसी है कि दूसरे राज्यों से लोग या आकर रोजगार करेंगे और इस क्षेत्र के लोग धनी संपन्न होंगे। पर यहां पर हो रहा इसके उल्ट यहां के वासी गरीब है और यही के जनप्रतिनिधि गण धनी संपन्न है। ऐसा क्यों चुनाव के वक्त ही यहां के लोग गणपति निधि गण को याद आता है उसके बाद हमारे ही वोट से वह धनी संपन्न बनकर हम ही लोगों पर राजा बनकर ठाठ जमाते रहता है। यहां से कोई स्थानीय हमें आप और हम ही आपके बीच के लोग विधायक क्यों नहीं बन पाते हैं जबकि बनना चाहिए पर नहीं बनने देते हैं। इस मिठक को तोड़ते हुए मुझे आप वोट करें।
जयराम महतो ने नामांकन से पूर्व घाटशिला नगर भ्रमण किया.
अनुमंडल कार्यालय नामांकन सभा में शामिल होने के पूर्व एन एच 18 होते हुए काशिदा नामक अंडरपास होते हुए उनका काफिला घाटशिला में शहर में घूमते हुए कॉलेज रोड पहुंचे कॉलेज रोड से अनुमंडल कार्यालय अपने प्रत्याशी रामदास मुर्मू के नामांकन के लिए अनुमंडल कार्यालय पहुंचे. जानकारी के अनुसार प्रस्तावक के कम होने के कारण उनके नामांकन करने में काफी समय लग गया. नामांकन प्रक्रिया पूरी करने के बाद अपने काफिला के साथ सर्कस मैदान पार्टी के प्रत्याशी रामदास मुर्मू के प्रचार करने के लिए नामांकन सभा मेंशामिल हुए .

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Author: Desh Live News

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