जमशेदपुर: घाटशिला अनुमंडल के गुड़ाबांधा और घाटशिला प्रखंड में मंईयां सम्मान योजना में बड़ी गड़बड़ी सामने आई है। गुडाबांधा की बालीजुड़ी और घाटशिला की हैंदलजुड़ी पंचायत में 183 ऐसे लोगों को योजना की राशि मिली है, जो पंचायत के निवासी नहीं हैं, दोनो पंचायत आदिवासी बहुल हैं, यहां एक भी अल्पसख्यक समुदाय का व्यक्ति नहीं रहता, फिर भी हैंदलजुड़ी में 409 लाभुकों में 174 महिलाएं और बालीजुड़ी में 275 लाभुको में 90 महिलाएं अल्पसंख्यक निकलीं, जो योजना का लाभ ले लीं। इन सभी महिलाओं के बैंक खातों में योजना की दो किस्तों की राशि ट्रांसफर हुई है, इनके मोबाइल नंबर की जांच की गई तो पता चला कि ये सभी लाभुक झारखंड के नही बल्कि पश्चिम बंगाल, आंध्रप्रदेश, महाराष्ट्र और बिहार के हैं। वहीं स्थानीय लोग भी इस फर्जीवाड़ों से काफी परेशान है, लोगों का कहना है कि जिसको इसका लाभ मिलना चाहिए उन लोगों को इसका लाभ नहीं मिल रहा, और अधिकारियों की मिली भगत से फर्जी तरीके से फर्जी पते पर कौन लोग इसका फायदा उठा रहे हैं, जिस गांव में एक भी आदमी नहीं है और उसके नाम पर 3 से 4 महीने से मईया सम्मान योजना की राशि निकाली जा रही है, गांव के लोग भी काफी चिंतित और परेशान है, गलत पते पर कैसे इतने बड़े पैमाने पर राशि निकाली जा रही है, एक लाभुक के बैंक अकाउंट में चार से पांच लाभ को की राशि आ रही है, गांव के फर्जी पते पर बड़ी संख्या में राशि दिया जा रहा है, इस पर जांच कर कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए। जिले में ऐसे 2912 बैंक खातों से दो या दो से अधिक लाभुकों ने योजना का लाभ लिया है।
इनमें पोटका से 573, जमशेदपुर अंचल से 390, गोलमुरी सह जुगसलाई से 388, मानगो अंचल से 300, घाटशिला से 271, बोड़ाम से 191, चाकुलिया से 164, गुड़ाबांधा से 122 ,पटमदा से 113, डुमरिया से 111, बहरागोड़ा से 99, मुसाबनी से 97, धालभूमगढ से 81 और चाकुलिया अंचल से 10 लाभुक शामिल हैं।
जिला प्रशासन ने सभी लाभुकों और आम जनता से अपील की है कि योजना से जुड़ी सही जानकारी दें। यदि किसी को अनियमितता की जानकारी हो तो प्रशासन को सूचित करें। ताकि उचित कार्रवाई की जा सके।
