साहिबगंज, झारखंड : जिले भर में 54 शराब दुकानों में अस्थाई रूप से कार्यरत कर्मियों की सेवा खतरे में पड़ गई है। विभाग में उन दुकानों में कार्यरत सभी कर्मियों को हटाकर उसके स्थान पर अस्थाई रूप से नई बहाली करने का निर्णय लिया है। इसके विरोध में उक्त कर्मियों ने उत्पाद विभाग के कार्यालय के समक्ष प्रदर्शन किया। इस दौरान कर्मियों ने न्याय की गुहार लगाते हुए शराब दुकानों पर उनकी सेवा फिर से बाहर करने की मांग की। सुनील यादव योगेंद्र गुप्ता समेत अन्य कर्मियों ने बताया कि वे लोग 3 साल से शराब दुकानों में कार्य कर रहे थे, इसी दुकान के सहारे वे अपने परिवार का भरण पोषण कर रहे थे, ऐसे में उन लोगों को एकाएक कम से हटा दी जाने से उन लोगों के सामने रोजी-रोटी की समस्या उत्पन्न हो गई है। उन लोगों ने कहा कि पिछले कुछ समय से उन लोगों की सैलरी बकाया थी, जिस कंपनी ने शराब बिक्री का टेंडर लिया था उनके कहने पर ही उन लोगों ने 7 माह की अपनी-अपनी बकाया सैलरी जमा की गई राशि से कटौती की थी। इधर विभाग के उत्पाद अधीक्षक जितेंद्र कुमार ने बताया कि सरकार के निर्देश पर शराब दुकान में कार्य करने वाले जिले के सभी 54 दुकानों के कर्मियों को हटा दिया गया है। सरकार ने साफ तौर पर कहा था कि ऐसे कमी जिनके ऊपर कोई बकाया या आप है उन्हें नहीं रखता है, ऐसे में इन कर्मियों ने स्व घोषणा के माध्यम से अपने से सात माह की बकाया सैलरी रख लेने की बात कही है, जैकी यह सैलरी उन्हें नियोजित कंपनी के माध्यम से लेना था। अब अपर समाहर्ता की अध्यक्षता में जिले के शराब दुकानों में कार्य करने वाले अस्थाई कर्मियों का फिर से चयन किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि जिले में फिलहाल चार शराब दुकानों का संचालन शुरू कर दिया गया है, जिसमें साहिबगंज में दो और मिर्जा चौकी में दो दुकानें शामिल है। वही एक सप्ताह के भीतर शेष बचे 48 दुकानों का संचालन भी शुरू कर दिया जाएगा।
