जमशेदपुर : इस वर्ष दुर्गा पूजा में प्रवीण सेवा संस्थान, श्री श्री दुर्गा पूजा समिति आदित्यपुर ने अपने भव्य एवं अद्वितीय पंडाल से शहरवासियों का दिल जीत लिया। द टाइम्स ऑफ इंडिया की ओर से आयोजित ‘दुर्गे देवी नमस्तुते अवार्ड 2025’ में इस पूजा पंडाल को नंबर वन का स्थान प्राप्त हुआ।
पुरस्कार वितरण समारोह का आयोजन बिष्टूपुर स्थित श्रीलेदर्स में किया गया, जहां द टाइम्स ऑफ इंडिया के संपादक बप्पा मजूमदार ने पूजा समिति के प्रेस प्रभारी सह ईचागढ़ के पूर्व विधायक अरविंद कुमार सिंह के आप्त सचिव सुनील गुप्ता को प्रशस्ति पत्र एवं स्मृति चिन्ह प्रदान किया।
संस्थान को दो श्रेणियों में प्रथम स्थान प्राप्त हुआ — ऑनलाइन पसंद श्रेणी में सर्वश्रेष्ठ पूजा पंडाल, और जजों की थीम श्रेणी में प्रथम स्थान।
राजस्थान के उदयपुर का महल बना आकर्षण का केंद्र
इस वर्ष प्रवीण सेवा संस्थान की ओर से तैयार पंडाल की थीम “राजस्थान के उदयपुर का महल” रही। यह पंडाल न केवल भव्यता में अद्वितीय था, बल्कि सांस्कृतिक सौंदर्य का उत्कृष्ट उदाहरण भी बना। पंडाल की थीम ने विशेष रूप से मारवाड़ी समाज को गौरवान्वित किया।
इस अवसर पर समिति के संरक्षक एवं ईचागढ़ के पूर्व विधायक अरविंद सिंह उर्फ मलखान सिंह को विशेष रूप से प्रतीक चिन्ह देकर सम्मानित किया गया। सिंहभूम चैंबर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष विजय आनंद मूनका ने भी समारोह में भाग लिया और समिति की इस रचनात्मक पहल की सराहना करते हुए कहा कि “इस तरह का प्रयास पहली बार देखा गया है, जिससे मारवाड़ी समाज को गौरव की अनुभूति हुई है।”
जजों की टीम में रहे प्रतिष्ठित हस्ताक्षर
पंडाल चयन समिति में चाइल्ड स्पेशलिस्ट डॉ. जय भादुड़ी, केपीएस स्कूल के डायरेक्टर श्रीकांत नायक और प्रसिद्ध कलाकार सुमन प्रसाद शामिल थे, जिन्होंने विभिन्न मापदंडों पर पंडालों का मूल्यांकन किया।
‘टाइम्स ऑफ इंडिया’ का शहरव्यापी अभियान
द टाइम्स ऑफ इंडिया न्यूज के माध्यम से जमशेदपुर में दुर्गा पूजा पंडालों को लेकर एक विशेष अभियान चलाया गया, जिसमें पंडालों के मैनेजमेंट, थीम, सजावट और जनसहभागिता के आधार पर चयन किया गया। इस प्रक्रिया में प्रवीण सेवा संस्थान, आदित्यपुर का पंडाल सभी मानदंडों पर खरा उतरा और सर्वश्रेष्ठ घोषित किया गया।
समिति के प्रमुख और टीम का सम्मान
पूजा कमेटी के प्रेस प्रभारी सह ईचागढ़ के पूर्व विधायक अरविंद कुमार सिंह के आप्त सचिव सुनील गुप्ता ने इस पूरी टीम को सफलता को आस्था और टीमवर्क का परिणाम बताया। उन्होंने कहा कि “यह सम्मान हमारी पूरी समिति और भक्तों के समर्पण का प्रतीक है।”










