चाईबासा: नगरपालिका बंगला मध्य विद्यालय में वाक फॉर डिस्लेक्सिया कार्यक्रम के तहत एक किलोमीटर का मौन जुलूस निकाला गया। प्रार्थना सभा के बाद आयोजित इस कार्यक्रम में कक्षा 6 से कक्षा 8 के बच्चों ने भाग लिया।
विद्यालय के शिक्षक-शिक्षिकाओं के नेतृत्व में डिस्लेक्सिया के प्रति जागरुकता पैदा करने के लिए बच्चे हाथों में स्लोगन लिखित तख्ती लेकर अपने पोषक क्षेत्र में भ्रमण कर वापस विद्यालय लौट गए। इससे पूर्व प्रार्थना सभा के पश्चात विद्यालय के प्रधानाध्यापक असीम कुमार सिंह एवं प्रतिमा कंडुलना ने बच्चों को डिस्लेक्सिया के लक्षण, कारण एवं उपचार तथा प्रबंधन पर विस्तार से बताया।
उन्होने कहा कि डिस्लेक्सिया एक सीखने संबंधी विकार है जो मुख्य रूप से पढ़ने, लिखने और वर्तनी में कठिनाई पैदा करता है। यह मस्तिष्क के उन हिस्सों में अंतर के कारण होता है जो भाषा को संसाधित करते हैं। इस स्थिति से प्रभावित व्यक्ति बुद्धिमान होते हैं परंतु उन्हें ध्वनियों को पहचानने और शब्दों को डिकोड करने में परेशानी होती है। डिस्लेक्सिया एक आजीवन स्थिति है जिसका उपचार प्रबंधन और समर्थन से ही संभव है।










