रांची
राज्यपाल महोदय ने युवाओं की प्रतियोगिता में भागीदारी की सराहना करते हुए कहा कि किसी विषय को प्रभावी ढंग से प्रस्तुत करना और अन्य राज्यों की संस्कृति व सोच को समझना युवाओं के व्यक्तित्व विकास के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। उन्होंने प्रतिभागियों को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि वे अपने कार्यों और उपलब्धियों से न केवल राज्य बल्कि देश का नाम भी रोशन करें।
राज्यपाल महोदय से संवाद के क्रम में प्रतिभागियों ने अपने अनुभव साझा किया।
• स्वाति राज ने कहा कि उन्होंने ‘विकसित भारत 2047’ पर अपने विचार रखे। 3 मिनट के सम्बोधन के क्रम में उन्होंने पोषण, जीरो हंगर, कानून-व्यवस्था, विरासत, युवा रोजगार और अमृतकाल जैसे विषयों पर अपने विचार साझा किए।
• शुभांगी राज ने कहा कि उन्होंने ‘विकास भी, विरासत भी’ पर अपनी प्रस्तुति दी। उन्होंने इस दौरान माननीय प्रधानमंत्री जी के साथ संवाद और उनके साथ भोजन को अपने जीवन का गौरवपूर्ण और अविस्मरणीय क्षण बताया।
• ऋषित ने ‘टेक फॉर विकसित भारत’ पर अपनी प्रस्तुति दी। उन्होंने उल्लेख किया कि एक युवा के दृष्टिकोण से विकसित भारत के लिए तकनीक की भूमिका क्या हो सकती है। उन्होंने अन्य राज्यों के युवाओं की प्रस्तुतियां देखने और उनकी संस्कृति को समझने का अनुभव भी साझा किया।
• स्वातिका ने कहानी लेखन प्रतियोगिता में ‘विकसित भारत 2047’ पर अपने विचार प्रस्तुत किए और विभिन्न विषयों को चर्चा की l