बोकारो
2025 के मार्च तक झारखंड को नक्सल मुक्त कर देंगे, हमने अपने पुलिस जवानों को टारगेट दिया है मार्च तक झारखंड को नक्सल मुक्त राज्य बनाने का
छत्तीसगढ़ के बाद झारखंड में भी नक्सलियों पर ऐक्शन शुरू हो गया है। बोकारो जिले के नावाडीह प्रखंड के उतराटांड़ के जंगल में बुधवार सुबह पुलिस और नक्सलियों के बीच दुधमटिया के समीप हुए पुलिस और नक्सलियों के मुठभेड़ में सुरक्षा बलों ने दो नक्सलियों को ढेर कर दिया। एक AK-47 और दो इंसास राइफल बरामद पुलिस ने बरामद किया है। मुठभेड़ की सूचना के बाद झारखंड डीजीपी अनुराग गुप्ता बोकारो पहुंच पुलिस जवानों की हौसला अफजाई की। बताते चलें कि मंगलवार की देर शाम चंद्रपुरा से 15 लाख के इनामी माओवादी रणविजय महतो को पुलिस ने उठाया था। बताया जा रहा है कि इससे मिली जानकारी के आधार पर ही पुलिस जंगल में गई है। झारखंड के डीजीपी अनुराग गुप्ता ने बोकारो में प्रेस वार्ता कर कही की झारखंड में 95 प्रतिशत उग्रवाद समस्या समाप्त हो चुका है और एक समय था जब झारखंड में अधिकांश जिले उग्रवाद प्रभावित थे आज मात्र दो तीन जिले ही उग्रवाद प्रभावित हैं और हम लोगों ने झारखंड पुलिस में लगभग 500 जवान और होनहार अफसरों की जान गवाई हैं और झारखंड पुलिस का बहुत खून बहा है नक्सलियों के साथ इस लड़ाई में आज हमने अपने साथियों के खून का बदला भी लिया है और झारखंड से उग्रवाद को खत्म भी किया है। आज बोकारो के पैक नारायणपुर थाना अंतर्गत उतराटांड़ के जंगल में हुए पुलिस और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ में झारखंड पुलिस को एक बड़ी सफलता हाथ लगी है, 15 लाख के इनामी हार्डकोर नक्सली पुलिस ने गिरफ्तार किया है और दो नक्सली को मुठभेड़ में ढेर भी किया है जिसमें इनामी हार्डकोर नक्सली रणविजय महतो की एक पत्नी शामिल है। सर्च अभियान के दौरान पुलिस एक AK-47, दो इंसास राइफल के साथ एक एलएमजी मैगजीन, दो इंसास मैगजीन दो एक-47 का मैगज़ीन, 158 पीस कारतूस के साथ अन्य सामान भी बरामद किया है।पुलिस द्वारा दिए गए इस चोट के बाद बोकारो जिले में नक्सलवाद कम से काम समाप्त हो जाएगा। वहीं एक बड़ा ऐलान करते हुए डीजीपी अनुराग गुप्ता ने कहा कि 2025 के मार्च तक झारखंड को नक्सल मुक्त कर देंगे, हमने अपने पुलिस जवानों को टारगेट दिया है मार्च तक झारखंड को नक्सल मुक्त राज्य बनाने का । झारखंड पुलिस को निरन्तर नक्सलियों के साथ इस लड़ाई में सफलता हासिल हो रही है। चाहे चाईबासा, गिरिडीह, बोकारो, हजारीबाग, लातेहार, गुमला हो इन सभी जगहों पर पुलिस को सफलता हासिल हुई है। झारखंड पुलिस का खुफिया एजेंसी सक्रिय है हमारी धमक उनके गढ़ तक है। नक्सलियों से अपील करते हैं वो आत्मसमर्पण कर मुख्यधारा में लौट आए जान गंवाने से अच्छा है समर्पण नीति के तहत मिलने वाले लाभ को लें। झारखंड को बढ़ने का मौका दें राज्य में अमन चैन बढ़े इस पर विचार करें।
Author: SUJEET KUMAR
news reporter chaibasa