पाकुड़: पाकुड़ जिले में अवैध खनन, भंडारण और परिवहन पर नकेल कसने के लिए प्रशासन पूरी तरह सख्त हो गया है। शनिवार को समाहरणालय सभागार में डीसी मनीष कुमार की अध्यक्षता में जिला खनन टास्क फोर्स समिति की बैठक आयोजित की गई, जिसमें संबंधित अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिया गया कि अब कार्रवाई सिर्फ कागजों तक सीमित न रहकर जमीनी स्तर पर दिखनी चाहिए।बैठक के दौरान डीसी ने जानकारी ली कि अप्रैल से मई माह के बीच 15 एफआईआर दर्ज करते हुए 71 वाहनों को जब्त किया गया है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि अवैध कोयला, पत्थर, बालू और उनके भंडारण व परिवहन पर नजर रखते हुए अभियान तेज किया जाए। डीसी ने कहा कि अवैध खनन के खिलाफ जिला प्रशासन जीरो टॉलरेंस की नीति पर काम कर रहा है। उन्होंने सीओ व थाना प्रभारियों से कहा कि रैयती जमीन पर अवैध बालू भंडारण पाए जाने पर संबंधित रैयतदार के खिलाफ भी एफआईआर दर्ज की जाए। साथ ही बंद पड़ी खदानों की सतत निगरानी सुनिश्चित करने को कहा गया, ताकि वहां अवैध उत्खनन की कोई संभावना न रहे।
फर्जी खनिज चालानों की जांच और ओवरलोडिंग पर नियमसंगत कार्रवाई के निर्देश भी दिए गए। उपायुक्त ने कहा कि टास्क फोर्स के सदस्य सूचनातंत्र को और अधिक सक्रिय करें और सामूहिक कार्रवाई करें, ताकि अवैध कारोबार पर लगाम लगे। पुलिस अधीक्षक निधि द्विवेदी ने भी बैठक में सख्त लहजे में कहा कि क्षेत्र में अवैध खनन किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने निर्देश दिया कि यदि कहीं से भी अवैध बालू या पत्थर उठाव की सूचना मिलती है, तो एसडीओ, सीओ व थाना प्रभारी संयुक्त रूप से छापामारी कर दोषियों पर त्वरित और प्रभावी कार्रवाई करें।
बैठक में अपर समाहर्ता, अनुमंडल पदाधिकारी, डीटीओ, डीएमओ, उत्पाद अधीक्षक, सीओ, बीडीओ, थाना प्रभारी सहित कई विभागीय अधिकारी उपस्थित थे।
