कोल्हान छात्र संघर्ष समिति द्वारा इंटरमीडिएट की पढ़ाई महाविद्यालय में बंद करने के विरोध में मंगलवार को चाईबासा में निकाली गई न्याय यात्रा ।

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चाईबासा: कोल्हान छात्र संघर्ष समिति की ओर से पूरे जिले में न्याय यात्रा निकाली गई। जिसमें टाटा कॉलेज चाईबासा, महिला कॉलेज चाईबासा, कॉमर्स कॉलेज चाईबासा एवं जवाहरलाल नेहरू कॉलेज चक्रधरपुर के छात्र -छात्राएं तथा अभिभावक मुख्य रूप से शामिल हुए। इस न्याय यात्रा में मुख्यमंत्री तथा राज्यपाल के नाम से उपायुक्त के माध्यम से मांग पत्र सौंपा गया । जो निम्नलिखित है-

1.जब तक राज्य के जिलों में पर्याप्त सरकारी प्लस टू स्कूल अपग्रेड नहीं हो जाते तब तक इंटरमीडिएट की पढ़ाई महाविद्यालयों में सुचारू रूप से संचालित हो।2.महाविद्यालय में 11वीं की पढ़ाई कर रहे विद्यार्थियों को इस महाविद्यालय से पढ़ाई पूर्ण करने दिया जाए। 3.महाविद्यालय में कार्यरत शिक्षक एवं शिक्षेकेतर कर्मचारियों को यह सुनिश्चित किया जाए कि उनका सेवा काल सुरक्षित रहे।

4.शिक्षा व्यवस्था में पारदर्शिता प्रदर्शित एवं समानता सुनिश्चित किया जाए।मौके पर छात्र नेता पिपुन बारिक ने कहा कि इंटरमीडिएट की पढ़ाई कॉलेजों में बंद होने से कोल्हान के सुदर्वती क्षेत्रों से आने वाले छात्र-छात्राओं एवं अभिभावक को कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है। अगर तत्काल इस कॉलेज में पढ़ाई बंद हो जाती है तो हजारों विद्यार्थी पढ़ने से वंचित होने की पूरी संभावनाएं है। दूसरे ओर इंटरमीडिएट के शिक्षक एवं शिक्षकेत्तर कर्मचारी 80 दिनों से राजभवन में धरने पर बैठे हैं उनका भी कोई समाधान नहीं निकाला जा रहा है। हम राज्यपाल एवं सरकार से यह मांग करेंगें की जल्द ही कुछ सकारात्मक पहल निकली जाए। अन्यथा झारखंड बंद करने पर विवश हो जाएंगे।

 

वही छात्र नेता मंजित हासदा ने कहा कि महाविद्यालयों में इंटरमीडिएट की पढ़ाई बंद करने के निर्णय पर छात्र एवं शिक्षकों के ऊपर कई तरह की समस्याए आ रही है। जब तक इसका वैकल्पिक व्यवस्था नहीं किया जाता तब तक, इंटरमीडिएट की पढ़ाई महाविद्यालयों में सुचारु से संचालित होते रहे।महामहिम राज्यपाल और सरकार मिलकर इस संगीन मामले पर पुनर्विचार करें। यदि छात्र हित में सकरात्मक निर्णय नहीं आता है तो आगे राज्य स्तरीय आंदोलन वृहत रूप से किया जायेगा।

इधर झामुमो छात्र मोर्चा जिलाध्यक्ष सनातन पिंगुवा ने कहा कि नए शिक्षा नीति का पुरजोर विरोध करते हैं ऐसी नीति की आवश्यकता नहीं जो पढ़ाई से वंचित और छात्रों को अंधेरे में रखे। छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ कतई बर्दाश्त नहीं है छात्रों के पक्ष में निर्णय नहीं आता है तब तक इसी तरह आंदोलन होते रहेगा।

न्याय यात्रा में मुख्य रूप से युवा नेता विकास तमसोय,प्रीतम बांकीरा, अनुज पूर्ति, वीर सिंह बालमुचू, अनीश गोप,मोटाय कोंडान्केल, रोहित सिंकु , शिव शंकर बेहरा, पूजा ईचागुटू तथा हजारों की संख्या में छात्र-छात्रा में उपस्थित थे।

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Author: Desh Live News

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