हाइलाइट्स
- माता-बहनों को नव वर्ष का उपहार…
- 56 लाख 61 हजार 791 माता-बहनों के बैंक खाता में ₹1415.44 करोड़ का हस्तांतरण।
- लाखों मंईयां के बैंक खाते में झारखण्ड मुख्यमंत्री मंईयां सम्मान योजना के तहत ₹2500 की सम्मान राशि का हस्तांतरण हुआ।
- ₹2,500 प्रति माह, साल के ₹30000
- झारखण्ड मुख्यमंत्री मंईयां सम्मान योजना के तहत
- उत्तरी छोटानागपुर को ₹500.81,
- दक्षिणी छोटानागपुर को 35,
- पलामू प्रमंडल को 01,
- संताल परगना को 87 एवं
- कोल्हान प्रमंडल को ₹173.38 करोड़ की सम्मान राशि माता-बहनों को प्रदान किया गया।
- 1,415 करोड़ की राशि 5661791 महिलाओं के खाते में ट्रांसफर
- मंईयां सम्मान योजना का विपक्षियों ने मजाक उड़ाया|
- छोटी-छोटी बचत से बच्चों का भविष्य बेहतर होगा|
झारखण्ड ब्यूरो
देश लाईव न्यूज़ रांची
राज्य में महिला शशक्तिकरण और इन्हें आर्थिक रूप से संबल देने के लिए झारखण्ड में मुख्मंत्री हेमंत सोरेन के द्वारा चलाई गयी झारखण्ड मुख्मंत्री मंईया सम्मान योजना और चुनाव में किये गए सम्मान राशि की एक हजार से बढ़ाकर ढाई हजार करने के मास्टर स्ट्रोक वादे को पूरा करते हुए नव गठित सरकार की पहली क़िस्त दिसंबर महीना की राशि राज्यभर की 56 लाख मां-बहनों के खाते में सीधे ट्रांसफर कर दिया गया|
हेमंत सरकार के द्वारा अपने वादों को पूरा करते हुए सीधे एकाउंट में बढ़ी हुई राशि पहुँचने से राज भर की महिलाओं की ख़ुशी का ठिकाना नहीं है| राज्य के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने “मंईया सम्मान योजना के तहत राज भर की 56 लाख से भी अधिक महिलाओं के बैंक खातों में दिसम्बर महीने का बकाया क़िस्त के रूप में ढाई-ढाई हजार रुपये ट्रांसफर रांची के नामकुम में ओयोजित मुख्यमंत्री “मंईया सम्मान समारोह का बृहद आयोजन कर किया जिसका प्रतक्ष गवाह राज्य भर की लाखों महिलाएं बनी जिसने इस कार्यक्रम में शिरकत की|
सीएम ने रिमोट का बटन दबाकर राज्य की कुल 56 लाख 61 हजार 791 महिलाओं के बैंक खाते में कुल 1,415 करोड़ 44 लाख 77 हजार 500 रुपए की राशि ट्रांसफर की। पांच महीने पहले जब यह योजना शुरू हुई थी तब महिलाओं को प्रतिमाह एक हजार रुपए दिए जा रहे थे, लेकिन चुनाव के ऐलान के ठीक पहले सरकार ने कैबिनेट में यह राशि बढ़ाकर ढाई हजार करने की स्वीकृति दी थी।
इस अवसर पर मुख्मंत्री हेमंत सोरेन ने कहा की देश के विकास की परिकल्पना बिना आधी आबादी को ध्यान में रखे नहीं की जा सकती है| उन्होंने इस राशि को महिलाओं को स्वाबलंबी बनाने की दिशा में एक महत्वूर्ण कदम बताया और चुनाव के पहले किये गए अपने वादे को पूरा करने पर ख़ुशी जाहिर की|
मुख्यमंत्री ने कहा आज के इस भौतिकवादी युग में यह चिंता का विषय है।कई नियम-कायदे बने, लेकिन ना गरीबी दूर हुई और ना ही महिलाओं का सशक्तिकरण ही हो पाया।
भारत को विश्व गुरु बनाने संकल्प लोग लेते हैं। वहीं देश की आधी आबादी विकास से कोसों दूर हो तो देश और राज्य कैसे विकास कर सकता है। महिला और पुरुष एक समान ताकत के साथ कंधे से कंधा मिलाकर काम करने की क्षमता रखते हैं।लेकिन आज भी महिलाओं को बहुत ताकत नहीं मिल सका।उन्हें वह रास्ता नहीं मिला, जिसके माध्यम से वे खुद को एवं अपने परिवार का विकास करते हुए राज्य और देश के विकास का हिस्सा बन पाए। राज्य को एक व्यक्ति अकेला नहीं खींच सकता। इसके लिए इस राज्य की जनता का साथ बहुत जरूरी है तभी इस राज्य का विकास हो सकता है। यहां आईं सभी महिलाओं से मैं कहना चाहूंगा कि जो जिम्मेवारी हमने निभाई है, उसको सार्थक रूप देने के लिए आपके भी सार्थक सहयोग की जरूरत है।
सीएम सोरेन ने महिलाओं से संवाद करते हुए कहा- ‘यह राशि आपको आर्थिक तौर पर स्वावलंबी बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम है। सरकार ने चुनाव के पहले जो संकल्प लिया था, उसे पूरा करते हुए आज हमें बेहद खुशी हो रही है।
मंईयां सम्मान योजना का विपक्षियों ने मजाक उड़ाया-हेमंत
हेमंत सोरेन ने कहा कि देश और राज्य के सर्वांगीण विकास की परिकल्पना तब तक साकार नहीं हो सकती, जब तक महिला और पुरुष एक साथ कंधे से कंधा मिलाकर न चलें। हमलोगों ने इसी को ध्यान में रखकर महिलाओं को आगे लाने के लिए यह कदम उठाया है। उन्होंने कहा कि पहले की सरकारों ने महिला सशक्तीकरण की बातें तो बहुत की, लेकिन कोई ठोस कदम नहीं उठाया।
हमने जब महिलाओं को प्रतिमाह एक हजार रुपए की राशि देने की शुरुआत की, तब हमारा मजाक उड़ाया गया। जब हमने यह राशि ढाई हजार रुपए करने का वादा किया, तो विपक्षियों ने इसे लेकर भी दुष्प्रचार किया। उन्होंने सवाल उठाया कि इतना पैसा सरकार कहां से लाएगी? आज हमने उन्हें जवाब दे दिया है।
छोटी-छोटी बचत से बच्चों का भविष्य बेहतर होगा
हेमंत सोरेन ने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि हम उनकी तरह नहीं, जो अपने किए वादे से मुकर जाएं या झूठ बोलकर लोगों को गुमराह करें। उन्होंने महिलाओं से राज्य के विकास में भागीदारी की अपील करते हुए कहा कि आपकी छोटी-छोटी बचत से बच्चों का भविष्य बेहतर होगा। ‘मईयां सम्मान’ की राशि का उपयोग महिलाएं खुद और अपने बच्चों का कुपोषण दूर करने के लिए कर सकती हैं।
मुख्यमंत्री ने चुनाव के दौरान महिलाओं के सहयोग-समर्थन के लिए आभार जताते हुए कहा कि आपने हमें भरपूर आशीर्वाद देकर हमारी सरकार बनाई है। अब आपको स्वावलंबी और विकसित बनाने की चिंता हमारी है। कार्यक्रम को राज्य के वित्तमंत्री राधाकृष्ण किशोर ने भी संबोधित किया। इस मौके पर मंत्री चमरा लिंडा, विधायक कल्पना सोरेन सहित कई अन्य मंत्री,सांसद और विधायक के साथ अन्य महत्वपूर्ण लोग उपस्थित रहे और इस एतिहासिक क्षण का गवाह बना|