
गम्हरिया : मजदूर दिवस के अवसर पर कोल्हान मजदूर यूनियन की ओर से गम्हरिया स्थित घोड़ा बाबा मंदिर परिसर में एक विशेष गोष्ठी का आयोजन किया गया । इस अवसर पर यूनियन के संयोजक पूर्व विधायक अरविंद सिंह, डॉ. ओपी आनंद, बीडीओ अभय द्विवेदी समेत अन्य गणमान्य लोग उपस्थित थे । गोष्ठी में मजदूरों की समस्याओं, उनके अधिकारों तथा शोषण के विभिन्न पहलुओं पर गंभीर चर्चा की गई. गोष्ठी के मुख्य वक्ता अरविंद सिंह ने अपने संबोधन में कहा कि मजदूरों को उनका हक नहीं मिल रहा है और उनका लगातार शोषण किया जा रहा है । उन्होंने आरोप लगाया कि कई कंपनियां अपनी मनमानी करते हुए मजदूरों को उनके अधिकारों से वंचित रख रही हैं और उन्हें न्यूनतम मजदूरी तक नहीं दी जाती. कई मजदूर संगठन ऐसे है जो मजदूरों की आवाज उठाने में सक्षम नहीं हैं, जिससे उनकी समस्याओं का समाधान नहीं हो पा रहा है ।
उन्होंने कहा कि मजदूरों को अपनी ताकत पहचानने की आवश्यकता है । उन्हें अपने अधिकारों के प्रति जागरूक होना होगा । ताकि वे अपनी स्थिति में सुधार ला सकें. उन्होंने यूनियन को मजबूत करने का संकल्प लेने की अपील की। पूर्व विधायक ने आगे कहा कि सरायकेला में कई कंपनियां आज बंद हो चुकी हैं, इसके लिए सरकार की नीतियां दोषी है. उनका मानना था कि यदि सरकार श्रमिकों के हितों की रक्षा करती, तो इन कंपनियों की स्थिति बेहतर होती और मजदूरों को उनके अधिकार मिलते.
अरविंद सिंह ने मजदूरों से अपील की कि वे अपनी ताकत को पहचानें और यूनियन को मजबूत करें. यदि मजदूर संगठित हों तो वे अपने अधिकारों के लिए मजबूती से संघर्ष कर सकते हैं ।गोष्ठी में उपस्थित बीडीओ अभय द्विवेदी एवं अन्य गणमान्य व्यक्तियों ने भी मजदूरों की समस्याओं पर प्रकाश डाला और कहा कि उनके अधिकारों की रक्षा के लिए सभी को मिलकर प्रयास करना होगा । कार्यक्रम में आदित्यपुर औद्योगिक क्षेत्र की विभिन्न कंपनियों के मजदूर बड़ी संख्या में उपस्थित थे।कार्यक्रम के अंत में घोड़ा बाबा मंदिर परिसर से गम्हरिया ब्लॉक तक पदयात्रा निकाली गई, जिसमें जुगसलाई के विधायक मंगल कालिंदी भी शामिल हुए ।
इस दौरान गम्हरिया प्रखंड मुख्यालय स्थित राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धांजलि दी गई । विधायक मंगल कालिंदी ने कहा कि आज मजदूर दिवस है और कोल्हान क्षेत्र मजदूरों का है. मजदूरों के हक और अधिकार के लिए हमेशा से संघर्ष होता आया है जो आज भी जारी है ।
