रणधीर कुमार सिंह
घाटशिला
पश्चिम बंगाल के पायराडांगा में आल इंडिया केयोकुशिन कराटे एसोसिएशन द्वारा जापान केब्लैक बेल्ट धारी सिहांन महादेव ब्रह्मा 6th डाउन की देख-देख में संचालित इन्टर स्टेट ओपन केयोकुशिन फुल कांटेक्ट कराटे टूर्नामेंट 2025 का आयोजन पिछले दिनों 31 दिसंबर 2024 से 01 जनवरी 2025 आयोजित की गई थी।
आयोजित इस टूर्नामेंट में झारखंड राज्य से पूर्वी सिंहभूम जिला के घाटशिला क्षेत्र के विभिन्न स्थानों से पांच जूनियर कराटे खिलाड़ीयों ने भाग लिया और अपना परचम लहराया।
घाटशिला के प्रशिद्ध कराटे गुरु सिहान उमेश कांत गिरी की देखरेख में प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे इन बच्चों ने केयोकुशिन फुल कांटेक्ट रियल फाइटिंग कराटे प्रतियोगिता में भाग लेकर एकल फाइटिंग में एक नही ,दो नही बल्कि आठ-आठ ट्रॉफी पर अपना कब्जा जमा लिया और घाटशिला के साथ पूरे झारखंड राज्य का नाम रौशन किया है और राज्यवासियों को नव वर्ष का तोहफा दिया है।आयोजित इस इस कराटे प्रतियोगिता में आदिवासी बहुल डुमरिया प्रखंड के भगाबन्दी गांव के करण महतो,ने कुमिते फाइटिंग स्पर्धा में द्वितीय स्थान और काता स्पर्धा में चौथा स्थान, मुसाबनी निवासी नागेश्वर पाल ने कुमिते फाइटिंग स्पर्धा में तृतीय स्थान, कशीदा घाटशिला निवासी सात्विक सिद्धार्थ,मऊभंडार, घाटशिला निवासी नीरज करवा ने कुमिते फाइटिंग स्पर्धा में चौथा स्थान और काता स्पर्धा में चौथा स्थान प्राप्त किया। जबकि अमाई नगर, घाटशिला निवासी सुश्री सुष्मिता धीवर ने काता स्पर्धा में चौथा स्थान प्राप्त कर अपने माता-पिता के साथ अपने क्षेत्र को गौरवान्वित किया। यह सभी व्हाइट बेल्ट धारी कराटे खिलाड़ी है। इस प्रतियोगिता में प्रथम बार सभी पांचों खिलाड़ीयों ने भाग लिया और पहले ही दौरे में अपना बेहतरीन फाइटिंग का जलवा दिखाया।घाटशिला के कराटे कोच उमेश कांत गिरी ने बताया कि इस प्रतियोगिता में पूरे झारखंड राज्य से शिर्फ़ घाटशिला क्षेत्र से ही 05 बच्चों ने मात्र दो महीने के अल्प समय में ही प्रशिक्षण प्राप्त कर राष्ट्रीय स्तर के प्रतियोगिता में अपना लोहा मनवा लिया जो इसके जज्बे को दर्शाता है।सिहान उमेश कांत गिरी ने कराटे के नाम पर बच्चों को बरगलाने वाले लोगों से सचेत करते हुए कहा कि क्षेत्रों में अधिकांश कराटे प्रशिक्षण संस्था और कराटे प्रशिक्षक फर्जी है उन्हें कराटे का “क” भी नहीं आता है। ऐसे कुकुरमुत्ते की तरह उग आए प्रशिक्षक बच्चों और इनके अभिभावकों को हसीन सपने दिखाकर गुमराह कर रहे हैं, लेकिन इस तरह के आयोजनों में बच्चों को कहीं भी ले जाने में असमर्थ है।सिहान उमेश कांत ने क्षेत्र के लोगों से अपील किया है कि कहीं भी कराटे सीखने से पूर्व प्रशिक्षको के बारे में पूरी जानकारी प्राप्त कर ही प्रशिक्षण केंद्र में बच्चों का दाखिला दिलाएं। इस प्रतियोगिता में कराटे कोच सिहान उमेश कांत गिरी के साथ प्रतिभागी बच्चे सात्विक शिद्धार्थ के पिता राजहंस मिश्रा, बच्चों के अभिभावक विगत दिनोंइस प्रतियोगिता में घाटशिला से कराटेकार सात्विक सिद्धार्थ के पिता राजहंस मिश्रा और डुमरिया प्रखंड भागाबन्धी निवासी कराटेकार करण महतो के पिता हराधन महतो भी प्रतियोगिता में भाग लेने के लिए अपने बच्चों को लेकर गए थे।बच्चों की इस सफलता पर कराटे कोच सिहान उमेश कांत गिरी ने कहा कि गरीब परिवार के बच्चों को मैं सीमित संसाधन के साथ प्रशिक्षण देता हूँ और इस मुकाम पर पहुंचाया अगर किसी तरह की कोई मदद मिले तो वे और बेहतर परिणाम दे सकते हैं।