जादूगोड़ा : सासपुर दुर्कु क्षेत्र में इन दिनों एक किसान गेंदा फूल की खेती कर अपनी जिंदगी बदल रहा है। एक बीघा, 10 कट्ठा में गेंदा फूल की खेती कर दूसरों के लिए मिसाल बन गया है। किसान महेश्वर भट्टाचार्य के पिता बीनू भट्टाचार्य कहते हैं कि उसका बेटा महेश्वर का यह सपना है कि वह खेती कर परिवार का भरण पोषण करें। इस काम में पूरा परिवार उनके साथ है। बाजार में गेंदा फूल की काफी मांग रहती है ,धीरे-धीरे आसपास के गांव के किसान भी गेंदा फूल की खेती का हुनर सीख रहे हैं. उनका मानना है कि गेंदा फूल बड़े बाजारों में बेचकर छोटे किसान आत्मनिर्भर बन सकते हैं। गेंदा फूल की खेती कर रहे महेश्वर भट्टाचार्य ने बताया की यह देशी नस्ल का फूल है जो सालो भर होता है और हाईब्रीड के मुकाबले यह बहुत भारी संख्या में होता है | इसके फूल तीन से चार दिन में तैयार हो जाते हैं |
किसान ने बताया कि चलानी और कोल्ड स्टोरेज के मुकाबले में देशी एवं ताज़ा गेंदा फूल की बहुत डिमांड है | कृषक ने बताया कि अभी गेंदा फूल का एक माला 20 से ₹30 बिक रहा है। लगन के मौसम में माँग में तेजी आने से 40 से 60 ₹ तक दाम पहुँच जाता है |
गौरतलब है कि इस गेंदा के फूल में खुशबू महसूस हुई जबकि चलानी एवं हाईब्रीड में कोई खुशबु नही होती है इसलिए शादी-विवाह में देशी गेंदा की बहुत माँग है जबकि यह चलानी व कोल्ड स्टोरेज फूल से मँहगा भी है | सनद रहे की यहाँ बाहरी फूल वेस्ट बंगाल की राजधानी कोलकता से और पांचकूड़ा से आते हैं | हमारे क्षेत्र के पहले किसान है जो गेंदा फूल की खेती पर ध्यान दे रहे हैं।
