santosh verma / चाईबासा: शनिवार को पश्चिमी सिंहभूम जिला समाहरणालय स्थित सभाकक्ष में जिला दंडाधिकारी-सह-उपायुक्त चंदन कुमार एवं पुलिस अधीक्षक अमित रेणु की संयुक्त अध्यक्षता में जिला स्तरीय सड़क सुरक्षा समिति की बैठक का आयोजन किया गया।
उक्त बैठक में जिले के तीनों अनुमंडल क्षेत्र के अनुमंडल पदाधिकारी, जिला परिवहन पदाधिकारी, पुलिस उपाधीक्षक(मुख्यालय), सदर अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी, सड़क सुरक्षा हितधारक विभाग यथा- शिक्षा विभाग, स्वास्थ्य विभाग, सड़क निर्माण विभाग के संबंधित पदाधिकारी, जनप्रतिनिधि के प्रतिनिधि एवं गैर सरकारी संगठन/व्यवसायिक संगठन एवं सड़क सुरक्षा समिति के अन्य सदस्य उपस्थित रहे।
बैठक में सर्वप्रथम जिला परिवहन पदाधिकारी के द्वारा सड़क संबंधित दुर्घटना का आंकड़ा, विगत वर्षों के दुर्घटना के आंकड़े तथा उससे होने वाली मृत्यु के आंकड़े को प्रस्तुत किया गया। साथ ही वर्ष 2024 एवं 2025 की तुलनात्मक दुर्घटना के आंकड़ों को भी प्रस्तुत किया गया। इसके अलावा जिले में चल रहे सड़क सुरक्षा संबंधित जागरूकता कार्यक्रम, यातायात नियम तोड़ने वालों पर की जा रही दंडात्मक कार्रवाई, पथ निर्माण विभाग द्वारा की जा रही सड़क सुरक्षा कार्यों की विस्तृत जानकारी बैठक में उपस्थापित की गई। इसके उपरांत पुलिस अधीक्षक के द्वारा वैसे स्थान को चिन्हित करने, जहां बार-बार दुर्घटनाएं हो रही है, इसके साथ ही दुर्घटना संभावित ब्लैक स्पॉट का लोकेशन आधारित एवं दुर्घटना के कारणों से संबंधित प्रतिवेदन तैयार कर आगामी बैठक में प्रस्तुत करने का निर्देश दिया गया।
बैठक में प्रस्तुत प्रतिवेदनों का समीक्षा के उपरांत उपायुक्त के द्वारा निर्देश दिया गया कि वाहन जांच अभियान के दौरान बार-बार यातायात एवं सड़क सुरक्षा नियमों का उल्लंघन करने वाले वाहन चालकों को चिन्हित करते हुए उन पर कड़ी कार्रवाई सुनिश्चित की जाए। इसके अलावा जिले के तीनों अनुमंडल पदाधिकारी को निर्देशित करते हुए उपायुक्त ने कहा कि सभी अनुमंडल पदाधिकारी अपने-अपने क्षेत्र अंतर्गत संलग्न थाना से समन्वय स्थापित कर सड़क सुरक्षा के मद्देनजर किए जाने वाले कार्य, यथा- सीसीटीवी मॉनिटरिंग सिस्टम, सड़क सुरक्षा तथा उससे संबंधित योजनाओं के प्रति जागरूकता लाने हेतु स्थापित किए जाने वाले एलईडी स्क्रीन एवं संकेतक बोर्ड का विस्तृत प्रतिवेदन तैयार कराना सुनिश्चित करें।
बैठक में उपायुक्त ने निर्देश दिया कि सड़क दुर्घटना से पीड़ित कोई भी परिवार मुआवजा से वंचित न हो, इस के लिए विगत दो वर्षों में हुए सभी दुर्घटनाओं का समेकित प्रतिवेदन तैयार कर संबंधित परिवार तक आपदा प्रबंधन विभाग अंतर्गत अनुग्रह अनुदान या परिवहन विभाग अंतर्गत हिट एंड रन के तहत दिए जाने वाले मुआवजा को पहुंचाना सुनिश्चित करें। इसके अलावा बैठक में चाईबासा एवं चक्रधरपुर नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी को शहरी क्षेत्र अंतर्गत पार्किंग स्थल का जल्द से जल्द चयन कर ट्रैफिक व्यवस्था को सुचारू बनाने, साथ ही क्षेत्र अंतर्गत टोटो रजिस्ट्रेशन एवं निजी एंबुलेंस निबंधन से संबंधित प्रतिवेदन तैयार कर आगामी बैठक में प्रस्तुत करने का निर्देश दिया गया।









