पलामू,, झारखंड : नीलांबर-पीतांबर विश्वविद्यालय (एनपीयू) का बहुप्रतीक्षित तीसरा दीक्षांत समारोह पलामू में सफलतापूर्वक संपन्न हुआ। यह समारोह विद्यार्थियों की अकादमिक उपलब्धियों का उत्सव था, जिसमें मेधावी छात्रों को डिग्रियां और स्वर्ण पदक प्रदान किए गए।
मुख्य अतिथि एवं गणमान्य व्यक्तियों की उपस्थिति
समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में झारखंड के माननीय राज्यपाल श्री संतोष गंगवार उपस्थित हुए, जो कि विश्वविद्यालय के कुलाधिपति भी हैं। उनके साथ मंच पर वित्त मंत्री, पलामू के सांसद, चतरा के सांसद, और झारखंड विधानसभा के प्रथम विधानसभा अध्यक्ष जैसे विशिष्ट अतिथि भी मौजूद रहे।
केन्द्रीय पुस्तकालय का उद्घाटन और पुस्तक विमोचन
समारोह की शुरुआत में, माननीय राज्यपाल और अन्य विशिष्ट अतिथियों के कर कमलों द्वारा नीलांबर-पीतांबर विश्वविद्यालय के महर्षि विश्वामित्र केन्द्रीय पुस्तकालय का उद्घाटन किया गया। इसके अतिरिक्त, नीलांबर-पीतांबर के इतिहास और योगदान से संबंधित एक पुस्तक का विमोचन भी किया गया।
डिग्री और गोल्ड मेडल वितरण
दीक्षांत समारोह में कुल 1046 छात्र-छात्राओं को उनकी उपाधियाँ (डिग्री) प्रदान की गईं। इनमें से, उत्कृष्ट शैक्षणिक प्रदर्शन करने वाले 57 छात्रों को कुल 62 गोल्ड मेडल से सम्मानित किया गया।
राज्यपाल का संबोधन: महिला सशक्तिकरण पर विशेष बल
अपने संबोधन में, राज्यपाल श्री संतोष गंगवार ने शिक्षा के महत्व पर प्रकाश डाला और विद्यार्थियों के उज्जवल भविष्य की कामना की। उन्होंने विशेष रूप से महिला सशक्तिकरण के विषय पर जोर दिया। राज्यपाल ने उल्लेख किया कि वे राज्य में जहाँ भी दीक्षांत समारोह में जाते हैं, वहाँ गोल्ड मेडल प्राप्त करने वाले मेधावी छात्रों में महिलाओं की संख्या सर्वाधिक रहती है, जो एक सकारात्मक बदलाव का संकेत है।
छात्रों को प्रोत्साहित किया और विश्वविद्यालय के विकास में योगदान की बात कही।
यह दीक्षांत समारोह विश्वविद्यालय के इतिहास में एक और महत्वपूर्ण उपलब्धि के रूप में दर्ज हुआ, जिसने हजारों विद्यार्थियों को उनकी मेहनत का फल प्रदान किया।









