
रांची: देश में मौजूदा हालात के मद्देनजर सुरक्षा जागरूकता के निर्देशों के तहत रांची के स्कूल में मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया. इस अभ्यास में बच्चों को आपात स्थिति में सायरन बजने पर छिपने, कान ढकने और खिड़की-दरवाजे बंद रखने जैसी सुरक्षा तकनीकों का प्रशिक्षण दिया गया, साथ ही घायल होने पर तत्काल प्राथमिक उपचार की व्यवस्था भी प्रदर्शित की गई।गौरतलब हो कि मंगलवार देर रात भारत की ओर से पाकिस्तान के कई आतंकी ठिकानों पर एयर स्ट्राइक की गईं. इस तनातनी के बीच सीमा पर सेना द्वारा लगातार युद्ध अभ्यास किया जा रहा है. वहीं रांची समेत देश के कई शहरों में बुधवार को युद्ध के दौरान आपात स्थिति से निपटने के लिए मॉक ड्रिल कर लोगों को जागरूक किया जा रहा है ताकि गांव-गांव तक मॉक ड्रिल और सिविल डिफेंस तंत्र को मजबूत किया जा सके. किसी भी तरीके के हमले से बचा जा सके.
इस मॉक ड्रिल का उद्देश्य युद्ध जैसे हालात में भारत के नागरिक को तैयारी का परीक्षण करना है. केंद्र और राज्य जिला अधिकारियों के बीच कैसा समन्वय है, इसके अलावा कॉलेज-स्कूल के बच्चे आपात स्थिति से निपटने के लिए कितना तैयार हैं, इन सभी बारीकियां को जाना जा रहा है.
तमाम स्कूलों में मॉक ड्रिल का आयोजनइसी कड़ी में राजधानी रांची के तमाम निजी और सरकारी स्कूलों में बुधवार को सुबह से ही मॉक ड्रिल का आयोजन किया जा रहा है. मॉक ड्रिल के जरिए बच्चों को जागरूक किया जा रहा है.
